चार टेस्ट मैचों की सीरीज के तीसरे मैच में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 137 रनों से हरा दिया. इस जीत के साथ ही भारत ने सीरीज ने सीरीज में 2-1 की बढ़त बना ली है. भारतीय टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में 71 सालों में ऐसा पहला मौका है जब भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2-1 सीरीज में अपनी बढ़त बनाई है.
चार टेस्ट मैचों की सीरीज के तीसरे मुकाबले में भारत ने पहली पारी 443 रनों का स्कोर खड़ा किया था जिसके जवाब में ऑस्ट्रेलियाई टीम भारतीय गेदबाजों के शानदार प्रदर्शन के आगे अपनी पहली पारी में महज 151 रनों पर सीमट गई थी.
चोथे दिन के खेल समाप्त होने तक ऑस्ट्रेलिया ने 8 विकेट के नुकसान पर 258 रन बनाए. खेल समाप्त होने तक के ऑस्ट्रेलिया के ऑलराउंडर पैट कमिंस आखिर तक नाबाद 103 गेंदों में 61 रनों की पारी खेल कर पवेलियन वापस गए थे, वहीं कमिंस के जोड़ीदार के रूप में नाथन लियोन 6 रन बनाकर वापस पवेलियन लौटे थे.
तीसरे मैच के पांचवे दिन मेजबान टीम 4.3 ओवर में महज तीन रन ही जोड़ पाए. सबसे पहले सेट बल्लेबाज पेट कमिंस जसप्रित बुमराह की गेंद पर चेतेश्वर पुजारा के हाथों 63 रनों पर कैच आउट हुए.
कमिंस के बाद नाथन लियोन ने स्कोरर को किसी तरह की तकलीफ नहीं दी और महज एक रन जोड़ने के बाद वह इशांत शर्मा का शिकार बने. इस विकेट के साथ ही भारत ने इस मैच को 137 रनों से अपने नाम कर लिया.
भारत के लिए पहली पारी में सबसे अधिक पुजारा ने 106 रनों की शतकीय पारी खेली. वहीं कप्तान विराट कोहली ने 82, भारत के लिए डेब्यू करने वाले मयंक अग्रवाल ने 76, रोहित शर्मा ने नाबाद 63, ऋषभ पंत ने 39 और अजिंक्य रहाणे ने 34 रन बनाए.
भारत के इस स्कोर के जवाब में ऑस्ट्रेलियाई अपनी पहली पारी में महज 151 रन ही बना पाई. ऑस्ट्रेलिया के लिए पहली पारी में सबसे अधिक कप्तान टिम पेन ने 22 रन बानए. इसके अलावा और कोई बल्लेबाज क्रिज पर नहीं टिक पाया.
वहीं दूसरी पारी में भारतीय बल्लेबाजी पूरी तरह से लड़खड़ाती हुई नजर आई और ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाजों के आगे मजह 106 रनों पर ही सिमट गई.
दूसरी पारी में 399 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी ऑस्ट्रेलियाई टीम की शुरुआत बेहद खराब रही और महज छह रन के स्कोर पर ओपनर बल्लेबाज एरॉन फिंच आउट हो गए. इसके बाद विकेट गिरने का सिलसिला जारी रहा हालांकि पैंट कमिंस चौथे दिन की समाप्ति तक विकेट पर डटे रहे और 61 रन बनाकर नाबाद पवेलियन वापस लौटे.
हालांकि पांचवें दिन के खेल शुरू होने के बाद कमिंस कुछ खास कमाल नहीं दिखा सके और महज दो रन बनाने के बाद बुमराह का शिकार बने और इस तरह दूसरी पारी में ऑस्ट्रेलिया की पूरी टीम 261 रन बनाकर ऑलआउट हो गई.
भारत के लिए सबसे अधिक दोनों पारियों को मिलाकर बुमराह ने 9 विकेट लिए. बुमराह को इस शानदार गेंदबाजी के लिए प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया. बुमराह के अलावा रविंद्र जडेजा ने पांच, इशांत शर्मा ने तीन और मोहम्मद शमी को तीन विकेट मिला.

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